Reform in judicial system regarding impact of new law
Essay no.6
Reform in judicial system regarding new laws
Part 1
आपराधिक न्याय प्रणाली का प्रमुख उद्देश्य समाज में न्याय की गरीमा और आदर को बचाना है । मजबूत न्यायालय प्रणाली और अभेद कानुन समाज के लिए रक्षक का काम करता है । दोषियों पर मुकदमा चलाना और दंडित करना मजबुत न्याय प्रणाली के नींव का पत्थर होता है । पारदर्शी न्याय प्रणाली और सशक्त कानुनों का अटुट बंधन होता है ।
The main purpose of criminal judicial process is to protect glory and honour of justice .robust judicial system and impenetrable laws work as bulwark for society . To prosecute and punish the criminals are corner stone of strong judicial system.transparent and vigorous laws have hand with glove relations .
कानुन बढ़ते अपराधों के लिए सबसे बड़ी बाधा होती है।मगर कानुनों को समय की कसौटी पर खरा उतरना ही चाहिए । ऐसे अमिट कानुनों को समय की अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ेगा ।कोई भी कानून समाज और देश के लिए ना तो दिखावा होता है ना ही भ्रम
Law is the biggest obstacle for mushrooming crimes .but laws should hold water at touch stone of time .such indelible laws will have to face ordeal of time .any law is neither manifestation nor illusion for society and country
किसी भी देश की निष्पक्ष न्यायिक प्रणाली दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की का दर्पण होती है । भारत की कानुन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए नये कानून लागू किये गये है जो बढ़ते अपराधों को जड़ सहीत उखाड़ने के लिए मील का पत्थर साबित होंगे । कोई भी कमजोर कानून देश को दीमक की तरह अंदर ही अंदर खोखला कर सकता है ।
Imbias judicial system of any country is mirror for leaps and bounds progress.nascent laws have been imposed to fortify law system of India which will prove mile stone to wipe out soaring crimes .any weak /feeble law can undermine the country akin to termite .
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