Judicial reforms under shadow of new laws part 3
Part 3
यह अधिनियम परिक्षणों ,अपीलों और गवाही की रिकार्डिंग के लिए नयी वैज्ञानिक तकनीकी को बढ़ावा देता है विडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा कानुनी कारवाई को पारदर्शी बनाया जा सकता है ।यह नया कानुन बलात्कार के पीडीत व्यक्तियों की रिकार्डिंग को अनिवार्य बनाता है। जो सबुतो को संरक्षित करने और हेरफेर को रोकने में मदद करेगा। इस प्रकार नयी तकनीक का यह अवतार साक्ष्यों की विश्वसनीयता को प्रबल करेगा ।
This act encourage new scientific technique to record reviews ,appeals and witnesses .legal proceedings can be made transparent by video conferencing .this new law makes mandatory recording of rape victim which will help to protect and prevent manipulation of evidences . In this way incarnation of new technique fortifies credibility of evidences .
यदि कोई साक्ष्य किसी उपकरण या सिस्टम से पैदा होता है या प्रसारित होता है । भारतीय साक्ष्य अधिनियम इस महत्त्वपूर्ण जानकारी को परिभाषित करता है ।यह अधिनियम इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य की प्रामाणिकता ,अखंडता और विश्वसनीयता के लिए विशिष्ट मानदंड निर्धारित करता है । इस कारण किसी भी परिस्थिति में डिजिटल डेटा के साथ छैडछाड और दुरुप्रयोग नही हो सकता है
If any evidence is generated or telecast by any instrument and system .this semit information is defined by Bhartiya sakshya adhiniyam .this act determines authenticity , integrity and credibility of electronic evidence .so digital data cannot be tampered and misused in any case.
इस नये अधिनियम ने डी एन ए के साक्ष्य को पुर्णरुप से विश्वसनीयता बढा दिया है ।नया साक्ष्य अधिनियम विशेषज्ञ की राय को मेडिकल राय और लिखावट का धरातल बनाता है ।यह आपराधिक न्याय प्रणाली पुख्ता सबुतो के आधार पर निर्दोष होने कि अवधारणा पर जोर डालती है ।
This act has increased credibility of evidence of DNA throughly .new sakshya adhiniyam creates surface opinion of expert for medical and writing opinion.this judicial system emphasizes concept on innocency on basis of vital evidences .
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