SURROGACY BOON OR BANE -----IN THE INDIAN POINT OF VIEWX
SURROGACY BOON or BANE FOR SOCIETY
Part 1
मां दुनिया का सबसे संक्षिप्त और महासागर की तरह असीम शब्द है ।मातृत्व विधाता का एक अविश्वसनीय और अतुलनीय वरदान है ।जीवन को जन्म देना किसी जीवित प्राणी का जन्मजात अधिकार है ।सभी जीवीत प्राणी अपने जींसों को पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित करना चाहता है । संतान पैदा करना एक मानवीय धर्म और कर्म है ।
Mother is a terse and by fathomless word akin to ocean .Motherhood is an incredible and indomitable boon of the world maker .to give birth is inborn right of any living creature.every alive creature wants to transfer his genetic genes from generation to generation.to engender offspring is a human religion and deed .
बांझ औरत का जीवन भारतीय समाज में एक कलंक , अभिशाप और दाग माना जाता है । बांझपन एक औरत की गरीमा और सत्तीव पर जबरदस्त प्रहार करता है बांझ औरत का दर्द कोई नहीं समझ सकता है ।यह अनकहा दर्द दर्द भरे जीवन में विनाशकारी प्रभाव पैदा करता है।बिना किसी गलती के माता पिता अपने जैविक भुमिका को नहीं निभा सकते हैं ।
Life of a barren woman is assumed stigma , scourge and scar in the Indian society .barrenness attack glory and chastity of a woman .no one can make out pains of barrenness.this invoiced grief begets destructive effect in pathetic life .the parents cannot perform their genetic performance without their blunder .
भारतीय लोग सामाजिक और पारिवारिक संरचना में अत्यधिक भरोसा करते हैं। भारतीय लोग अपने वंश का विस्तार करने में अत्यधिक भरोसा करते हैं। शारीरिक और मानसिक रुग्णता के कारण गर्भधारण करना एक औरत के लिए चुनौती बन जाता है।इस समस्या को जड सहित उखाड़ने के लिए सरोगेसी एक महत्वपूर्ण हथियार है।
The Indian people rely o social and family construction excessively.the Indian people bank t extend their dynasty .to conceive for a woman is become challenge due to physical and mental weakness . surrogacy is a significant weapon to wipe out this grave problem . Ll
Comments
Post a Comment