Homosexuality part 3
Homosexuality part 3
समलैंगिकता को पश्चिमी देशों स्वीकृत किया जाता है । मगर समलैंगिक लोगों को हिंसा और भेदभाव से कानून के द्वारा बचाना चाहिए । कुछ कट्टर देशो में समलैंगिक लोगों को या तो जेल में डाल दिया जाता है या फांसी दे दी जाती है । समलैंगिक लोगों को किराए का मकान देने से वंचित नहीं किया जा सकता है। समलैंगिक लोगों को शानदार रेस्टोरेंट मे लजीज भोजन खाने से वंचित नहीं किया जा सकता
Homosexuality is accepted in western countries.but homosexual people should be protected from violence and discrimination . The homosexual people are either put behind the prison or sent to gallows .the homosexual people are not deprived to give rented accomodation.homosexual people cannot be devoided of eating yummy meal in a grandeur restaurant .
ईरान में लगभग 4000 लोगों को समलैंगिकता के कारण फांसी दी जा चुकी है । युनाइटेड किंगडम में समलैंगिकता को अपराध माना जाता था । आस्कर वाइल्ड नाम के आईरिस लेखक को समलैंगिकता के कारण बंदी बनाया गया था और उनकी प्रतिष्ठा को बदनाम किया गया था। समलैंगिक पुरुष और महिलाएं शादी नहीं कर सकते हैं मगर वे नागरिक भागीदारी को निभा सकते हैं ।
Approximately 4000 people are sent to gibbet in Iran due to homosexuality.
homosexuality used to be assumed as an offence in United Kingdom .an Irish writer Askar wild had been made prisoner due to homosexuality and his prestige had been reflected .homosexual people cannot marry each other but they can perform civilian partnership .
धारा 377जिसे अप्राकृतिक अपराध के नाम से जाना जाता है ।इस धारा को 1857 के विद्रोह के बाद औपनिवेशिक शासन द्वारा अधिनियम किया गया है यह कानून धार्मिक और सांस्कृतिक मुल्यो के आधार पर बनाया गया था । समलैंगिकता के लिए 10 साल की कारावास और उम्र कैद की सजा का प्रावधान किया गया था
Section 377 is known as unnatural offence .this act has been enacted by colonial regime after rebel 1857.this law had been enacted enacted on basis of religious and cultural values.10 years imprisonment and life imprisonment had been pronounced for homosexuality.
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